Lion and Jackal Hindi Story
दिन बीतते गए। हर रोज जब राजा शेर शिकार करके आता, चालू सियार उस शिकार के बचे हुए मांस को खाकर खूब मोटा और तंदुरुस्त हो गया। राजा शेर का बल और साहस देखकर चालू सियार के मन में धीरे-धीरे घमंड आने लगा। अब वह खुद को शेर की तरह ताकतवर और बहादुर समझने लगा। एक दिन उसने राजा शेर से कहा, “राजा जी, अब मैं भी तुम्हारी तरह बड़ा और शक्तिशाली हो गया हूँ। मैं आज एक हाथी का शिकार करूंगा और उसका मांस खाऊंगा। जो बच जाएगा, वो तुम्हारे लिए छोड़ दूंगा।”
राजा शेर ने सियार की बातें सुनी और हंसते हुए कहा, “चालू, तुम छोटे हो, ऐसा मत करो। हाथी का शिकार करना बहुत मुश्किल है। यह तुम्हारे बस की बात नहीं है।”
लेकिन चालू सियार को अब शेर की सलाह अच्छी नहीं लगी। उसे लगा कि वह खुद भी बहुत ताकतवर हो गया है और वह किसी का कहना नहीं मानेगा। वह खुद को राजा शेर के बराबर समझने लगा। चालू सियार ने सोचा कि वह शेर से भी बड़ा साबित होगा।
Lion and Jackal Hindi Story